Garuda Purana: गरुड़ पुराण की इन बातों को जरूर रखें याद, नहीं देखना पड़ेगा हार का मुख

गरुड़ पुराण नीति: हिंदू धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथों में गरुड़ पुराण एक है. गरुड़ पुराण को 18 महापुराणों में एक माना जाता है. इसमें बताई गई बातों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. गरुड़ पुराण में मृत्यु से पहले और मृत्यु के बाद की स्थिति को भगवान विष्णु द्वारा विस्तारपूर्वक बताया गया है. गरुड़ पुराण ऐसा ग्रंथ है जिसमें ना सिर्फ मृत्यु के रहस्य बल्कि जीवन के रहस्य को लेकर भी गूढ़ बातों का जिक्र किया गया है. साथ ही गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बाते बताई गई हैं, जिसका पालन करने पर व्यक्ति को जीवन में कभी भी हार का मुख नहीं देखना पड़ेगा.

संयम, सतर्कता और चतुरता- गरुण पुराण की नीति के अनुसार शत्रुओं को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए. शत्रु चतुर होते हैं और शत्रु को उन्हीं की नीति के अनुसार पराजित किया जा सकता. शत्रु से निपटने के लिए व्यक्ति को संयम और सतर्कता के साथ चतुरता का भी सहारा लेना पड़ता है. क्योंकि शत्रु लगातार आपको नुकसान पहुंचाने का ही प्रयास करते हैं. यदि आप इनके प्रति चतुरता नहीं दिखाएंगे तो ये आपको पराजित भी कर सकते हैं और आपको नुकसान झेलना पड़ सकता है.

अध्ययन- आप चाहे कितने भी ज्ञानी क्यों ना हों. समय-समय पर अभ्यास जरूर करते रहना चाहिए. अभ्यास ना करने पर आपकी विद्या नष्ट हो सकती है. इसलिए ज्ञान और विद्या का अभ्यास ना करने पर लोग भूलते चले जाते हैं. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि हम जो भी पढ़ें उसका अभ्यास हमें जरूर करना चाहिए. इससे वह ज्ञान हमारे मस्तिष्क में अच्छे से बैठ जाता है.

धर्म का करें सम्मान- व्यक्ति को अपने धर्म का सम्मान करना चाहिए. गरुड़ पुराण के अनुसार जो व्यक्ति धर्म का सम्मान नहीं करता उसे नरक में स्थान प्राप्त होता है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि धार्मिक स्थल को गंदा करने वाले, धोखा देने वाले, धर्म, वेद, पुराण और शास्त्रों के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले लोग नरक की यातनाओं से नहीं बच सकते हैं.

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